اللّهُمّ أَنتَ الشَّافِي لا شِفَاءَ إِلَّا شِفَاؤُكَ شِفَاءً لَا يُغَادِرُ سَقَمًا

"अल्लाहुम्मा अंता अश-शाफ़ी ला शिफ़ा' इल्ला शिफ़ाउका शिफ़ा'न ला युग़ादिरु सक़मا"

तर्जुमा:

"हे अल्लाह! तू ही शाफ़ी है (इलाज करने वाला), तेरे इलाज के अलावा कोई इलाज नहीं। तेरा इलाज ऐसा है जो किसी भी बीमारी को छोड़ता नहीं।"