गुच्छी मशरूम: भारत का सबसे महंगा मशरूम (40,000 रुपये प्रति किलो)!

गुच्छी मशरूम: भारत का सबसे महंगा मशरूम

गुच्छी मशरूम, जिसे मोरेल (Morchella esculenta) भी कहा जाता है, भारत का सबसे महंगा और दुर्लभ मशरूम है। इसकी कीमत 40,000 रुपये प्रति किलो तक जा सकती है। यह हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के पहाड़ी जंगलों में मिलता है। इसका स्वाद नट जैसा और खुशबू मिट्टी जैसी होती है, जिससे यह बहुत खास बन जाता है।

गुच्छी मशरूम इतना महंगा क्यों है?

1. इसे उगाया नहीं जा सकता
गुच्छी मशरूम को खेतों में नहीं उगाया जा सकता। यह सिर्फ जंगलों में प्राकृतिक रूप से उगता है और इसकी ग्रोथ के लिए खास परिस्थितियाँ चाहिए होती हैं। यह आमतौर पर बर्फबारी के बाद या जंगल की आग के बाद निकलता है। इसकी दुर्लभता इसकी कीमत बढ़ा देती है।

2. इसे ढूँढना बहुत मुश्किल होता है
गुच्छी मशरूम को इकट्ठा करना बहुत मेहनत भरा और जोखिम भरा काम है। इसे खोजने के लिए लोगों को कई किलोमीटर तक ऊँचे पहाड़ों में पैदल चलना पड़ता है।

- यह गिरे हुए पत्तों और मिट्टी के नीचे छिपा होता है, इसलिए इसे ढूँढना आसान नहीं होता।
- यह सिर्फ कुछ हफ्तों के लिए निकलता है, और अगर ज्यादा या कम नमी हुई, तो यह नहीं उगता।
- जंगलों में मशरूम ढूँढते समय भालू और तेंदुए जैसे जंगली जानवरों का खतरा रहता है।
- इसे हाथ से तोड़ने के बाद धूप में सुखाया जाता है, जिससे इसकी गुणवत्ता बनी रहे।

3. इसका स्वाद और सेहत के लिए फायदेमंद गुण
गुच्छी मशरूम का स्वाद बहुत उम्दा और गाढ़ा होता है, जिससे यह महंगे रेस्टोरेंट्स की डिशों में इस्तेमाल किया जाता है।

- इसे पास्ता, स्टू, करी और रिसोट्टो जैसे व्यंजनों में डाला जाता है।
- इसकी बनावट स्पंजी और हल्की कुरकुरी होती है, जिससे यह खाने में अलग अनुभव देता है।
- यह सेहत के लिए भी अच्छा माना जाता है और कई पारंपरिक दवाओं में इसका इस्तेमाल होता है।

4. इसकी कीमत इतनी ज्यादा क्यों है?
गुच्छी मशरूम की ऊँची कीमत के कुछ मुख्य कारण हैं:

- बहुत कम मात्रा में मिलता है – यह सिर्फ जंगली इलाकों में ही पाया जाता है।
- इसे इकट्ठा करना बहुत मुश्किल है – पहाड़ों में मशरूम ढूँढना मेहनत भरा और खतरनाक होता है।
- इसकी माँग बहुत ज्यादा है – इसका स्वाद और सेहत के फायदे इसे और खास बनाते हैं।
- यह औषधीय गुणों वाला मशरूम है – पारंपरिक चिकित्सा में इसे इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

गुच्छी मशरूम: आजीविका और भविष्य
गुच्छी मशरूम केवल खाने की चीज़ नहीं, बल्कि हिमालय में रहने वाले कई लोगों की रोज़ी-रोटी का ज़रिया भी है। कई परिवार सालों से इसे जंगलों से इकट्ठा करके बेच रहे हैं।

लेकिन इसकी बढ़ती माँग को देखते हुए, इसे सही तरीके से इकट्ठा करने और भविष्य में इसकी खेती करने के तरीके खोजने की जरूरत है।

गुच्छी मशरूम सिर्फ एक महंगा मशरूम नहीं, बल्कि प्रकृति की एक अनमोल देन है। अब सवाल ये है—क्या आप इसे खरीदने के लिए 40,000 रुपये खर्च करेंगे? 😃

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